संधि विच्छेद

Posted by Rupam on January 8, 2024

दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को ‘संधि’ कहते है। संधि में मूल पदों को पृथक करना ‘संधि-विच्छेद’ कहलाता है। इस मिलावट को समझकर वर्णों को अलग करते हुए पदों को अलग-अलग करना ही ‘संधि-विच्छेद’ है।

संधि विच्छेद के उदाहरण -

शब्द संधि विच्छेद
धर्मार्थ धर्म + अर्थ
स्वार्थी स्वर + अर्थी
परमार्थ परम + अर्थ
परमाणु परम + अणु
वेदांत वेद + अंत
दीपावली दीप + अवली
पितांबर पीत + अंबर
शरणार्थी शरण + अर्थी
रामावतार राम + अवतार
कुसुमावली कुसुम + अवली
शास्त्रार्थ शास्त्र + अर्थ
स्वार्थ स्व + अर्थ
वीरांगना वीर + अंगना
हिमालय हिम + आलय
देवालय देव + आलय
आत्माहुति आत्मा + आहुति
धर्मात्मा धर्म + आत्मा
सत्याग्रह सत्य + आग्रह
वातावरण वात + आवरण
शिवालय शिव + आलय
शरणागत शरण + आगत
देवागमन देव + आगमन
विद्यार्थी विद्या + अर्थी
सीमांकित सीमा + अंकित
रेखांकित रेखा + अंकित
यथावकाश यथा + अवकाश
विद्याभ्यास विद्या + अभ्यास
परीक्षार्थी परीक्षा + अर्थी
देशांतर दिशा + अंतर
रवीन्द्र रवि + इंद्र
कवीन्द्र कवि + इंद्र
अभीष्ट अभि + इष्ट
मुनींद्र मुनि + इंद्र
कपींद्र कपि + इंद्र
गिरीश गिरी + ईश
अधीश आधी + ईश
कपीश कपी + ईश
कवीश कवी + ईश
मुनीश मुनी + ईश
परीक्षा परी + ईक्षा
हरीश हरी + ईश
महेंद्र मही + इंद्र
नरेंद्र नारी + इंद्र
नारीन्दु नारी + हिंदू
सचिंद्र शची + इंद्र
नारीकछा नारी + इच्छा
योगेंद्र योगी + इंद्र
लक्ष्मीच्छा लक्ष्मी + इच्छा
नदीश नदी + ईश
महेश मही + ईश
रजनीश रजनी + ईश
नारेश्वर नारी + ईश्वर
सतीश सती + ईश
जानकीश जानकी + ईश
योगेश्वर योगी + ईश्वर
भानूदय भानु + उदय
विधूदय विधु + उदय
गुरुपदेश गुरु + उपदेश
साधूपकार साधु + उपकार
बहुउद्देशीय बहु + उद्देश्य
सूक्ति सु + उक्ति
लघुतर लघु + उत्तर
लघुर्मि लघु + उर्मि
सिंधूर्मि सिंधु + उर्मि
भूद्धार भू + उद्धार
वधुपकार वधू + उपकार
भूत्सर्ग भू + उत्सर्ग
वधुत्सव वधू + उत्सव
वधुल्लेख वधू + उल्लेख
मधूर्मि मधु + उर्मि
वधूर्मि वधु + उर्मि
वधूर्जा वधू + ऊर्जा
सरयुर्मि सरयू + उर्मि
भूषमा भू + ऊष्मा
भुर्जा भू + ऊर्जा
देवेंद्र देव + इंद्र
सुरेंद्र सूर + इंद्र
वीरेंद्र वीर + इंद्र
गजेंद्र गज + इंद्र
सोमेश सोम + ईश
भारतेंदु भारत + इंदु
नरेश नर + ईश
परमेश्वर परम + ईश्वर
गणेश गण + ईश
स्वेच्छा स्व + इच्छा
महेंद्र महा + इंद्र
रविंद्र रमा + इंद्र
राजेंद्र राजा + इंद्र
महेश महा + ईश
रमेश रमा + ईश
राजेश राजा + ईश
यथेष्ट यथा + इष्ट
सूर्योदय सूर्य + उदय
पूर्वोदय पूर्व + उदय
पूर्वोत्तर पूर्व + उत्तर
पश्चिमोत्तर पश्चिम + उत्तर
सागरोउर्मि सागर + उर्मि
वीरोचित वीर + उचित
नवोदय नव + उदय
सर्वोदय सर्व + उदय
नवोढा नव + ऊढा
ज्ञानोपदेश ज्ञान + उपदेश
महोत्सव महा + उत्सव
गंगोर्मि गंगा + उर्मि
महोदधि महा + उदधि
महोषण महा + उष्ण
शीतोष्ण शीत + उष्ण
महोष्म महा + ऊष्मा
गंगोदक गंगा + उदक
आत्मोत्सर्ग आत्मा + उत्सर्ग
यथोचित यथा + उचित
ब्रह्मऋषि ब्रह्मा + ऋषि
महर्षि महा + ऋषि
राजर्षि राजा + ऋषि
सप्तर्षि सप्त + ऋषि
देवर्षि देव + ऋषि
अत्यधिक अति + अधिक
अत्यंत अति + अंत
सत्यानंद सत्य + आनंद
इत्यादि इति + आदि
व्याप्त वि + आप्त
व्याकुल वि + आकुल
अत्याचार अति + आचार
अन्वय अनु + अय
गुर्वर्पण गुरु + अर्पण
मन्वंतर मनु + अंतर
माध्वालय मधु + आलय
मध्वरी मधु + अरि
अन्वेषण अनु + एषण
वध्वागमन वधू + आगमन
अन्विति अनु + इति
गुर्वाकृति गुरु + आकृति
गुर्वादेश गुरु + आदेश
ऋ + अन्यस्वर
मत्रानन्द मातृ + आनंद
पित्रादेश पितृ + आदेश
पित्रनुमति पितृ + अनुमति
भ्रात्राज्ञा भ्रातृ + आज्ञा
मात्राज्ञा मातृ + आज्ञा
पित्राज्ञा पितृ + आज्ञा
पित्रुपदेश पितृ + उपदेश
नवैश्वर्य नव + ऐश्वर्य
सदैव सदा + एव
मतैक्य मत + ऐक्य
एकैक एक + एक
यथैव यथा + एव
लोकैषणा लोक + एषणा
महौदर्य महा + औदार्य
वनौषध वन + औषध
परमौज परम + ओज
महौषध महा + औषध
महौज महा + ओज
अय ए + अन्यस्वर
नयन ने + अन
शयन शे + अन
चयन चे + अन
अय ऐ + अन्यस्वर
गायक गे + अक
गायन गे + अन
नायक ने + अक
कायिक कै + इक
अव् ओ + अन्यस्वर
पवन पो + अन
भवन भो + अन
गवीश गो + ईश
पवित्र पो + इत्र
आव् औ + अन्यस्वर
पावन पौ + अन
पावक पौ + अक
नाविक नौ + इक
भावुक भौ + उक
भावन भौ + अन
कल्पान्त कल्प + अन्त
क्रोधाग्नि क्रोध + अग्नि
कित्रर किम् + नर
कंठोष्ठय कंठ + ओष्ठ्य
कपीश कपि + ईश
कवीश्वर कवि + ईश्वर
किंवा किम् + वा
कूपोदक कूप + उदक
कुशासन कुश + आसन
कुठाराघात कुठार + आघात
क्रोधान्ध क्रोध + अंध
कौमी कौम + ई
कीटाणु कीट + अणु
कुर्मावतार कूर्म + अवतार
कालांतर काल + अंतर
किंचित् किम् + चित
कपलेश्वर कपिल + ईश्वर
कवीन्द्र कवि + इन्द्र
कपीश्वर कपि + ईश्वर
किन्तु किम् + तु
कुशाग्र कुश + अग्र
कुसुमायुध कुसुम + आयुध
कोणार्क कोण + अर्क
कोषाध्यक्ष कोष + अध्यक्ष
कृतान्त कृत + अंत
खगासन खग + आसन
खटमल खट + मल
गवीश गो + ईश
गणेश गण + ईश
गंगोदक गंगा + उदक
ग्रामोद्धार ग्राम + उद्धार
गिरीन्द्र गिरि + इन्द्र
गुप्पचति गुब + पचति
गुरुत्वाकर्षण गुरुत्व + आकर्षण
गंगौघ गंगा + ओघ
गंगैश्वर्य गंगा + ऐश्वर्य
गायन गै + अन
गुडाकेश गुडाका + ईश
गिरीश गिरि + ईश
गौरवान्वित गौरव + अन्वित
घड़घड़ाहट घड़घड़ + आहट
घुड़दौड़ घोड़ा + दौड़
घनानंद घन + आनंद
चतुरानन चतुर + आनन
चतुर्भुज चतुः + भुज
चन्द्रोदय चन्द्र + उदय
चरणामृत चरण + अमृत
चतुष्पाद चतुः + पाद
चयन चे + अन
चिकित्सालय चिकित्सा + आलय
चिन्मय चित् + मय
चतुर्दिक चतुः + दिक्
चतुरंग चतुः + अंग
चूड़ान्त चूड़ा + अंत
चिन्ताक्रान्त चिंता + आक्रान्त
छिद्रान्वेषी छिद्र + अनु + एषी
छुटपन छोटा + पन
छुटभैया छोटा + भैया
जगदीन्द्र जगत् + इन्द्र
जगज्जय जगत् + जय
जगन्नियन्ता जगत् + नियन्ता
जगद्बन्धु जगत् + बन्धु
जनतैक्य जनता + ऐक्य
जनतौत्सुक्य जनता + औत्सुक्य
ज्योतिर्मठ ज्योतिः + मठ
जलौघ जल + ओघ
जानकीश जानकी + ईश
जागृतावस्था जागृत + अवस्था
जात्यभिमानी जाति + अभिमानी
जीवनानुकूल जीवन + अनुकूल
जीवनोपयोगी जीवन + उपयोगी
जीवनोपार्जन जीवन + उपार्जन
जीविकार्थ जीविका + अर्थ
जीर्णोद्धार जीर्ण + उद्धार
जगदीश जगत्+ईश
जलोर्मि जल+ऊर्मि
झड़बेरी झाड़ + बेड़
झंडोत्तोलन झंडा + उत्तोलन
झगड़ालू झगड़ा + आलू
टुकड़तोड़ टुकड़ा + तोड़
टुटपूँजिया टूटी + पूँजी
ठाढ़ेश्वरी ठाढ़ा + ईश्वरी
ठकुरसुहाती ठाकुर + सुहाना
डंडपेल डंड + पेलना
डिठौना डीठ + औना
ढँढोरिया ढँढोरा + इया
ढकोसला ढंक + कौशल
तथैव तथा + एव
तपोवन तपः + वन
तपोभूमि तपः + भूमि
तिरस्कार तिरः + कार
तेजोमय तेजः + मय
तमसावृत तमसा + आवृत
तद्रूप तत् + रूप
तद्धित तत् + हित
तट्टीका तत् + टीका
तज्जय तत् + जय
तच्छरीर तत् + शरीर
तदिह तत् + इह
तदाम्य तत् + आत्म्य
तत्त्व तत् + त्व
तच्छिव तत् + शिव
तिरस्कृत तिरः + कृत
तत्तनोति तद + तनोति
तेऽद्र ते + अद्र
तस्मिन्नारमे तस्मिन + आरामे
तदुपरान्त तत् + उपरान्त
तृष्णा तृष + ना
तल्लीन तत् + लीन
तेजोराशि तेजः + राशि
तथापि तथा + अपि
तथास्तु तथा + अस्तु
तेजोपुंज तेजः + पुंज
तदाकार तत् + आकार
तद्रूप तत् + रूप
तेनादिष्ट तेन + अदिष्ट
तच्छरण तत् + शरण
तद्धवि तत् + हवि
तदस्ति तत् + अस्ति
तन्मय तत् + मय
तल्लय तत् + लय
त्वगिन्द्रय त्वक + इन्द्रिय
तेऽपि ते + अपि
तृष्णा तृष् + ना
तेजआभास तेजः + आभास
थुक्काफजीहत थूक + फजीहत
थनैला थन + ऐला
देवेन्द्र देव + इन्द्र
दावानल दाव + अनल
दुर्धर्ष दुः + धर्ष
दुर्दिन दुः + दिन
देवर्षि देव + ऋषि
दुर्ग दुः + ग
दिगम्बर दिक् + अम्बर
दुःस्थल दुः + स्थल
देव्यागम देवी + आगम
दुर्जन दुः + जन
देहांत देह + अंत
देवालय देव + आलय
दुष्परिणाम दुः + परिणाम
दुर्घटना दुः + घटना
देशाभिमान देश + अभिमान
देवैश्वर्य देव + ऐश्वर्य
दैन्यावस्था दैन्य + अवस्था
दृष्टि दृष् + टि
दन्त्योष्ठ्य दन्त + ओष्ठ्य
दिनेश दिन + ईश
दिग्हस्ती दिक् + हस्ती
दुःखात्मक दुख + आत्मक
दुरन्त दुः + अंत
दुरुपयोग दुः + उपयोग
दुःख दुः + ख
दुस्तर दुः + तर
दुर्नीति दुः + नीति
दिग्गज दिक् + गज
दिग्भ्रम दिक + भ्रम
दुर्वह दुः + वह
दुनीति दुः + नीति
दुश्शासन दुः + शासन
देवेश देव + ईश
दुस्तर दुः + तर
दुष्कर दुः + कर
दोषारोपण दोष + आरोपण
देवैश्र्वर्य देव + ऐश्र्वर्य
दैव्यंग देवी + अंग
दुर्बलता दुः + बलता
देशान्तर देश + अंतर
देशानुराग देश + अनुराग
देवीच्छा देवी + इच्छा
दैन्यादि दैन्य + आदि
दृष्टान्त दृष्ट + अंत
दिगन्त दिक् + अंत
दिग्भाग दिक् + भाग
दुर्लभ दुः + लभ
दुर्बल दुः + बल
दुस्साहस दुः + साहस
दुष्कर्म दुः + कर्म
दुःखान्त दुःख + अंत
दुर्निवार दुः + निवार
धनान्ध धन + अन्ध
धनुष्टंकार धनुः + टंकार
धर्मोपदेश धर्म + उपदेश
ध्यानावस्थित ध्यान + अवस्थित
धनुर्धर धनुः + धर
धनित्व धनिन + त्व
धर्माधिकारी धर्म + अधिकारी
नमस्कार नमः + कार
निस्सन्देह निः + सन्देह
निस्सहाय निः + सहाय
निष्कपट निः + कपट
नयन ने + अन
निरन्तर निः + अन्तर
नायक नै + अक
निर्मल निः + मल
नीरव निः + रव
निम्नांकित निम्न + अंकित
नागाधिराज नाग + अधिराज
निश्र्चिन्त निः + चिन्त
निर्विकार निः + विकार
नद्यम्बु नदी + अम्बु
निस्सृत निः + सृत
निष्काम निः + काम
निष्प्राण निः + प्राण
निष्फल निः + फल
नारायण नार + अयन
निश्र्चल निः + चल
निषिद्ध निः + सिद्ध
निर्झर निः + झर
निष्कारण निः + कारण
निस्संतान निः + संतान
नरेंद्र नर + इंद्र
निराहार निः + आहार
नवोऽकुंर नव + अंकुर
नास्ति न + अस्ति
नष्ट नष् + त
नयनाभिराम नयन + अभिराम
निष्पाप निः + पाप
निस्तांर निः + तार
निर्माण निः + मान
निस्तेज निः + तेज
निर्भीकता निः + भीकता
निरौषध निः + औषध
निरिच्छा निः + इच्छा
निश्छिद्र निः + छिद्र
निरन्तर निः + अंतर
निरेफ निः + रेफ
निराधार निः + आधार
निगमागम निगम + आगम
निर्बल निः + बल
निर्दोष निः + दोष
निर्णय निः + नय
निर्द्वन्द्व निः + द्वन्द्व
निश्चय निः + चय
निर्विरोध निः + विरोध
नियमानुसार नियम + अनुसार
नाविक नौ + इक
निराधार निः + आधार
निर्भर निः + भर
नीरोग निः + रोग
निश्छल निः + छल
निर्गुण निः + गुण
निस्सार निः + सार
निस्तार निः + तार
नरोत्तम नर + उत्तम
नारीश्र्वर नारी + ईश्र्वर
नद्यूर्मि नदी + उर्मि
निश्र्चय निः + चय
निरुपाय निः + उपाय
नदीश नदी + ईश
निरीक्षण निः + ईक्षण
निरर्थक निः + अर्थक
निरुद्देश्य निः + उद्देश्य
निर्जल निः + जल
न्यून निः + ऊन
निरीह निः + ईह
निर्विवाद निः + विवाद
निश्शब्द निः + शब्द
नीरव निः + रव
नमस्ते नमः + ते
निराशा निः + आशा
नारींदु नारी + इंदु
नरेश नर + ईश
नवोढा नव + उढ़ा
न्यून नि + ऊन
नद्यर्पण नदी + अर्पण
निष्पक्ष निः + पक्ष
निर्धन निः + धन
निर्दोष निः + दोष
निर्घोषित निः + घोषित
निरर्थ निः + अर्थ
निर्हस्त निः + हस्त
निराशा निः + आशा
निषिद्ध निः + सिद्ध
निर्वासित निः + वासित
निरन्ध्र निः + रन्ध्र
निरक्षर निः + अक्षर
निर्जीव निः + जीव
निर्बलात्मा निर्बल + आत्मा
निराकार निः + आकार
निर्भर निः + भर
निश्चित निः + चित
निष्क्रिय निः + क्रिय
न्यूनातिन्यून न्यून + अति + न्यून
परमार्थ परम + अर्थ
परिणाम परि + नाम
पयोधि पयः + धि
प्रधानाध्यापक प्रधान + अध्यापक
परमेश्वर परम + ईश्वर
प्रत्येक प्रति + एक
प्रत्यक्ष प्रति + अक्ष
पुलकावली पुलक + अवलि
पावक पौ + अक
पवन पो + अन
परीक्षा परि + ईक्षा
परमौजस्वी परम + ओजस्वी
पवित्र पो + इत्र
पृष्ठ पृष् + थ
पृथ्वीश पृथ्वी + ईश
पंचम पम् + चम
पित्रिच्छा पितृ + इच्छा
परिच्छेद परि + छेद
प्रतिच्छाया प्रति + छाया
परमौषध परम + औषध
पित्रनुमति पितृ + अनुमति
पश्र्वधम पशु + अधम
पुरोहित पुरः + हित
पुनर्जन्म पुनर + जन्म
पच्छाक पच + शाक
परमाद्रि परम + आद्रि
परमाणु परम + अणु
पर्यान्त परि + आप्त
पयोमान पयः + मान
पितृऋण पितृ + ऋण
पितारक्ष पितः + रक्ष
पुनरुक्ति पुनः + उक्ति
पुनरुत्थान पुनः + उत्थान
प्रहार प्र + हार
प्रतीत प्रति + इत
प्रजार्थ प्रजा + अर्थ
प्रत्युपकार प्रति + उपकार
प्रतिच्छवि प्रति + छवि
प्रार्थना प्र + अर्थना
प्राणेश्वर प्राण + ईश्वर
प्रोज्ज्वल प्र + उज्ज्वल
पीताम्बर पीत + अम्बर
प्रमाण प्र + मान
पुस्तकालय पुस्तक + आलय
परोपकार पर + उपकार
पदोन्नति पद + उन्नति
परमावश्यक परम + आवश्यक
प्रत्याघात प्रति + अघात
परन्तु परम् + तु
पुरुषोत्तम पुरुष + उत्तम
पुरस्कार पुरः + कार
पयोद पयः + द
पित्रादेश पितृ + आदेश
प्रत्यय प्रति + अय
प्रातःकाल प्रातः + काल
पावन पौ + अन
प्रत्युत्तर प्रति + उत्तर
पुनर्जन्म पुनः + जन्म
प्रांगण प्र + अंगण
प्रथमोध्यायः प्रथमः + अध्यायः
पुरुषोत्तम पुरुष + उत्तम
पुनरुक्ति पुनः + उक्ति
प्रोत्साहन प्र + उत्साहन
परिष्कार परिः + कार
परमैश्वर्य परम + ऐश्वर्य
पदाक्रान्त पद + आक्रान्त
पराधीन पर + अधीन
परिच्छेद परि + छेद
पश्वधम पशु + अधम
पंचांग पंच + अंग
पित्रादि पितृ + आदि
पुरस्कृत पुरः + कृत
पुष्ट पुष् + त
पुनर्रचना पुनः + रचना
प्रत्याचरण प्रति + आचरण
प्रत्यारुयान प्रति + आरुयान
प्रत्यक्षात्मा प्रत्यक्ष + आत्मा
प्रत्युत्पन्न प्रति + उत्पन्न
प्रलयंकर प्रलयम + कर
प्राणिमात्र प्राणिन + मात्र
प्रोत्साह प्र + उत्साह
प्रौढ़ प्र + उढ़
फलाहारी फल + आहारी
फलागम फल + आगम
बलात्कार बलात् + कार
बहिर्देश बहिः + देश
बहिर्भाग बहिः + भाग
बिंबोष्ठय बिंब + ओष्ठ्य
बृहद्रथ बृहत् + रथ
ब्रह्मास्त्र ब्रह्म + अस्त्र
ब्रह्मानन्द ब्रह्म + आनन्द
ब्रह्मर्षि ब्रह्म + ऋषि
बहिर्मुख बहिः + मुख
बहिष्कार बहिः + कार
भवन भो + अन
भानूदय भानु + उदय
भावुक भौ + उक
भूष्मा भू + ऊष्मा
भगवद्गीता भगवत् + गीता
भारतेन्दु भारत + इन्दु
भास्कर भाः + कर
भावोन्मेष भाव + उन्मेष
भूर्जित भू + उर्जित
भगवद्भक्ति भगवत् + भक्ति
भोजनालय भोजन + आलय
भाग्योदय भाग्य + उदय
भूषण भूष् + अन
भूत्तम भू + उत्तम
भरण भर + अन
भाविनी भौ + इनी
भास्पति भाः + पति
भिन्न भिद् + न
भूदार भू + उदार
भविष्यद्वाणी भविष्यत् + वाणी
मुनीन्द्र मुनि + इन्द्र
मृण्मय मृत् + मय
महोर्मि महा + ऊर्मि
महौज महा + ओज
महार्णव महा + अर्णव
महौषध महा + औषध
मृगेन्द्र मृग + इन्द्र
महेश्वर महा + ईश्वर
देव्यर्पण देवी + अर्पण
मत्स्याकार मत्स्य + आकार
महोदय महा + उदय
महर्षि महा + ऋषि
मरणोत्तर मरण + उत्तर
महत्वाकांक्षा महत्व + आकांक्षा
महेश महा + ईश
महाशय महा + आशय
मनोरथ मनः + रथ
मनोभाव मनः + भाव
महैश्र्वर्य महा + ऐश्र्वर्य
मकराकृत मकर + आकृत
मनस्पात मनः + ताप
मनोवैज्ञानिक मनः + वैज्ञानिक
मनोनीत मनः + नीत
महच्छत्र महत् + छत्र
महत्व महत् + त्व
महीश्वर मही + ईश्वर
महोरु महा + ऊरु
महौदार्य महा + औदार्य
मायाधीन माया + अधीन
मात्रानन्द मातृ + आनन्द
मन्त्रोच्चारण मंत्र + उत् + चारण
महीन्द्र मही + इन्द्र
मातृण मातृ + ऋण
मतैक्य मत + ऐक्य
मन्वन्तर मनु + अन्तर
मनोयोग मनः + योग
मध्वासव मध + आसव
मनोनुकूल मनः + अनुकूल
महेन्द्र महा + इन्द्र
मंगलाकार मंगल + आकार
मध्यावकाश मध्य + अवकाश
मतानुसार मत + अनुसार
महोत्सव महा + उत्सव
मदांध मद + अंध
मनोगत मनः + गत
मनोविकार मनः + विकार
मनोज मनः + ज
मनोहर मनः + हर
महर्षि महा + ऋषि
मनोबल मनः + बल
मतैक्ता मत + एकता
मनोरंजन मनः + रंजन
मनोनुसार मनः + अनुसार
मनोवधान मनः + अवधान
महात्मा महा + आत्मा
महदोज महत् + ओज
महालाभ महान + लाभ
महौज महा + ओज
महौषधि महा + औषधि
मातृऋण मातृ + ऋण
मुनीश्वर मुनि + ईश्वर
महामात्य महा + अमात्य
यथेष्ट यथा + इष्ट
यद्यपि यदि + अपि
यशोभिलाषी यशः + अभिलाषी
योजनावधि योजन + अवधि
युगानुसार युग + अनुसार
यथोचित यथा + उचित
यशइच्छा यशः + इच्छा
यशोदा यशः + दा
युधिष्ठिर युधि + स्थिर
यशोधरा यशः + धरा
यशोधन यशः + धन
यवनावनि यवन + अवनि
यज्ञ यज + न
यशोलाभ यशः + लाभ
रत्नाकर रत्न +आकर
रहस्योदघाटन रहस्य + उद्घाटन
राज्याभिषेक राज्य + अभिषेख
रामायण राम + अयन
रजकण रजः + कण
रसास्वादन रस + आस्वादन
रामावतार राम + अवतार
रेखांश रेखा + अंश
रहस्याधिकारी रहस्य + अधिकारी
राजर्षि राज + ऋषि
राज्यगार राज्य + आगार
रमेश रमा + ईश
रवींद्र रवि + इंद्र
रसातल रसा + अतल
राजाज्ञा राजा + आज्ञा
रुद्रावतार रूद्र + अवतार
रसायन रस + अयन
लक्ष्मीश लक्ष्मी + ईश
लोकोक्ति लोक + उक्ति
लघूर्मि लघु + ऊर्मि
लोकोत्तर लोक + उत्तर
लोकोपकार लोक + उपकार
लम्बोदर लम्ब + उदर
वागीश वाक् + ईश
वाग्जाल वाक् + जाल
व्युत्पत्ति वि + उत्पत्ति
विद्योत्रति विद्या + उत्रति
व्याप्त वि + आप्त
विद्यालय विद्या + आलय
विद्दोत्मा विद्या + उत्तमा
व्ययामादी व्यायाम + आदि
वसुधैव वसुधा + एव
विद्यार्थी विद्या + अर्थी
विधूदय विधु + उदय
वधूत्सव वधू + उत्सव
वधूल्लेख वधू + उल्लेख
वधूर्मिका वधू + उर्मिका
व्यस्त वि + अस्त
व्यभिचार वि + अभिचार
व्यापी वि + आपी
वार्तालाप वार्ता + आलाप
वाग्रोध वाक् + रोध
वाग्दान वाक् + दान
विद्योपदेश विद्या + उपदेश
विमलोदक विमल + उदक
विश्वामित्र विश्व + अमित्र
विस्मरण वि + स्मरण
वृक्षच्छाया वृक्ष + छाया
विशेषोन्मुख विशेष + उन्मुख
वीरांगणा वीर + अंगना
विपज्जाल विपद् + जाल
व्यर्थ वि + अर्थ
वयोवृद्ध वयः + वृद्ध
बहिष्कार बहिः + कार
विद्याध्ययन विद्या + अध्ययन
वधूत्सव वधू + उत्सव
व्यायाम वि + आयाम
व्याकुल वि + आकुल
विषम वि + सम
वनौषधि वन + ओषधि
वधूर्जा वधू + ऊर्जा
वध्वैश्र्वर्य वधू + ऐश्र्वर्य
वनस्पति वनः + पति
व्यवहार वि + अवहार
व्यापकता वि + आपकता
व्यापक वि + आपक
वातावरण वात + आवरण
वारीश वारि + ईश
विच्छेद वि + छेद
विन्यास वि + नि + आस
विपल्लीन विपद् + लीन
वधूचित वधू + उचित
वृद्धावस्था वृद्ध + अवस्था
वृहदाकार वृहत् + आकार
विरुदावली विरुद + अवली
शंकर शम् + कर
शशांक शश + अंक
शताब्दी शत + अब्दी
शिलारोपण शिला + आरोपण
शेषांश शेष + अंश
श्वासोच्छवास श्वास + उत्
शिरोमणि शिरः + मणि
शस्त्रास्त्र शस्त्र + अस्त्र
शरच्चंद्र शरत् + चन्द्र
शुद्धोदन शुद्ध + ओदन
शीघ्रातिशीघ्र शीघ्र + अतिशीघ्र
षोडशोपचार षोडस + उपचार
सदहस्ती सत् + हस्ती
संदेह सम् + देश
समाचार सम् + आचार
समालोचना सम् + आलोचना
सम्मुख सम् + मुख
सद्गुरु सत् + गुरु
संसार सम् + सार
संयम सम + यम
साश्र्चर्य स + आश्र्चर्य
सच्चरित्र सत + चरित्र
सन्धि सम + धि
शुद्धोदन शुद्ध + ओदन
सदभावना सत + भावना
संचय सम + चय
सीमान्त सीमा + अंत
समन्वय सम् + अनु + अय
संगठन सम + गठन
समुच्चय सम + उत् + चय
संकोच सम् + कोच
सुरेन्द्र सुर + इन्द्र
सद्धर्म सत् + धर्म
संयोग सम् + योग
संवत् सम + वत्
सर्वोत्तम सर्व + उत्तम
समुदाय सम + उत् + आय
सदवाणी सत् + वाणी
संतप्त सम् + तप्त
स्वाध्याय स्व + अध्याय
सर्वोच्च सर्व + उच्च
स्वाभिमानी स्व + अभिमानी
स्वालंबन स्व + अवलंबन
स्वाध्याय स्व + अध्याय
सत्याग्रह सत्य + आग्रह
सदुत्तर सत् + उत्तर
सन्तोष सम् + तोष
सद्वंश सत् + वंश
सतीश सती + ईश
षडानन षट् + आनन
संकल्प सम् + कल्प
संबंध सम् + बंध
संवाद सम् + वाद
संसार सम् + सार
सम्मान सम् + मान
स्वच्छंद स्व + छंद
सन्नद सत् + नद
समीक्षा सम् + ईक्षा
संस्कृति सम् + कृति
संगठन सम् + गठन
सन्तान सम् + तान
संसर्ग सम् + सर्ग
सर्वोदय सर्व + उदय
सदिच्छा सत् + इच्छा
सतीच्छा सती + इच्छा
सत्कार सत् + कार
संकीर्ण सम् + कीर्ण
संभव सम् + भव
संग्राम सम् + ग्राम
सज्जन सत् + जन
संलग्न सम् + लग्न
सर्वोपरि सर्व + उपरि
सारांश सार + अंश
साग्रह स + आग्रह
साधूहा साधु + उहा
सिहांसन सिंह + आसन
सुन्दरौदन सुन्दर + ओदन
सेवार्थ सेवा + अर्थ
सोऽहम सः + अहम्
स्वेच्छा स्व + इच्छा
सम्मति सम् + मति
स्वाधीन स्व + अधीन
समुदाय सम् + उदाय
समृद्धि सम् + ऋद्धि
सच्छात्र सत् + शास्त्र
संपूर्ण सम् + पूर्ण
संहार सम् + हार
संसार सम् + सार
सन्धि सम् + धि
संकोच सम् + कोच
स्थानान्तर स्थान + अंतर
स्वात्मबल स्व + आत्मबल
साभिलाष स + अभिलाष
सम्मानास्पद सम् + मान + आस्पद
सदसद्विवेकिनी सत् + असत् + विवेकिनी
सर्वतोभावेन सर्वतः + भावेन
स्वेच्छाचारी स्वेच्छा + आचारी
संतुष्ट सम् + तुष्ट
संघर्ष सम् + घर्ष
संकट सम् + कल्प
सर्वोच्च सर्व + उच्च
सत्कार सत् + कार
सज्जन सत् + जन
सदाचार सत् + आचार
स्वाधीन स्व + अधीन
सावधान स + अवधान
सदभाव सत + भाव
स्वर्ग स्वः + ग
स्वार्थ स्व + अर्थ
सच्छास्त्र सत् + शास्त्र
संवाद सम् + वाद
सप्तर्षि सप्त + ऋषि
सत्याग्रह सत्य + आग्रह
सद्विचार सत् + विचार
सर्वोदय सर्व + उदय
श्रेयस्कर श्रेयः + कर
सदानन्द सत् + आनन्द
संकल्प सम् + कल्प
संयम सम् + यम
साष्टाग स + अष्ट + अंग
सत्रिहित सत् + निहित
सूर्योदय सूर्य + उदय
स्वयम्भूदय स्वयम्भू + उदय
षड्दर्शन षट् + दर्शन
सर्वाधिक सर्व + अधिक
सत्याग्रही सत्य + आग्रही
सर्वोत्तम सर्व + उत्तम
स्वर्णाक्षर स्वर्ण + अक्षर
स्वाधीनता स्व + आधीनता
शरीरांत शरीर + अंत
स्वागत सु + आगत
सरोज सरः + ज
सरोवर सरः + वर
सदैव सदा + एव
षण्मास षट् + मास
संपूर्ण सम् + पूर्ण
संरक्षण सम् + रक्षण
संविधान सम् + विधान
सज्जन सत् + जन
सम्मति सम् + मति
स्वागत सु + आगत
संहारैषण संहार + एषण
समुचित सम् + उचित
संगीत सम् + गीत
संदेह सम् + देह
सदुप्रयोग सत् + उपयोग
सत्यासक्त सत्य + आसक्त
समाधान सम् + आधान
समालोचक सम् + आलोचक
सदवतार सत् + अवतार
सम्राज सम् + राज
संयोग सम् + योग
संयुक्त सम् + युक्त
सहायतार्थ सहायता + अर्थ
सत्साहित्य सत् + साहित्य
संघाराम संघ + आराम
सर्वागीण सर्व + अंगीन
साश्चर्य स + आश्चर्य
सावधान स + अवधान
सिद्धांत सिद्ध + अन्त
सुधेच्छा सुधा + इच्छा
सुरानुकूल सुर + अनुकूल
सोत्साह स + उत्साह
स्वार्थ स्व + अर्थ
सहोदर सह + उदर
स्वैर स्व + ईर
सज्जाति सत् + जाति
समुद्रोर्मि समुद्र + उर्मि
सख्युचित सखी + उचित
संभव सम् + भव
संक्रान्ति सम् + क्रान्ति
संवत् सम् + वत्
संपर्क सम् + पर्क
संगम सम् + गम
संचय सम् + चय
स्वच्छन्द स्व + छन्द
सुखोपभोग सुख + उपभोग
सावकाश स + अवकाश
संग्रहालय सम् + ग्रह + आलय
सच्चिदानन्द सत् + चित् + आनन्द
स्वर्गारोहण स्वर्ग + आरोहण
हिमांचल हिम + अंचल
हरिश्चन्द्र हरिः + चन्द्र
हताश हत + आश
हरीच्छा हरि + इच्छा
हिमाच्छादित हिम + आच्छादित
हिमालय हिम + आलय
ह्रदयानन्द ह्रदय + आनन्द
हितोपदेश हित + उपदेश
ह्रदयहारिणी ह्रदय + हारिणी
हरेक हर + एक
हृद्येश हृद् + देश
त्रिलोकेश्वर त्रिलोक + ईश्वर
ज्ञानोपदेश ज्ञान + उपदेश