तत्सम एवं तद्भव शब्द

Posted by Rupam on January 6, 2024

तत्सम शब्द - मूल भाषा संस्कृत के वह शब्द, जो हिंदी भाषा में ज्यों के त्यों प्रयुक्त होते है, तत्सम शब्द कहलाते है। जैसे:- अग्नि, आम्र, अमूल्य, चंद्र, क्षेत्र, अज्ञान, अंधकार, आदि।

तद्भव शब्द - समय और परिस्थितियों के कारण तत्सम शब्दों में कुछ परिवर्तन किये जाते है और परिवर्तन के बाद जो नये शब्द बनते है, उन्हें ‘तद्भव शब्द’ कहते है। जैसे:- आग, दूध, नंगा, नया, पहाड़, बीच, मोर, रात, सांप, नहाना, सूखा, गर्मी, घर, दांत, बरस, आदि।

तत्सम शब्द और तद्भव शब्दों के उदाहरण -

तद्भव तत्सम
आम आम्र
अचरज आश्चर्य
आँख अक्षि
अमोल अमूल्य
आग अग्नि
अँधेरा अंधकार
अगम अगम्य
अचानक अकस्मात
आलस आलस्य
आँसू अश्रु
अच्छर अक्षर
अंगरक्षक अंगरखा
आसरा आश्रय
असीस आशीष
अस्सी अशीति
ओंठ ओष्ठ
अमिय अमृत
अँधा अंध
आधा अर्द्ध
अनाज अन्न
अखाडा अक्षवाट
अंगूठा अंगुष्ठ
अखरोट अक्षोट
अटारी अट्टालिका
अठारह अष्टादश
अनगिनत अगणित
आज अध्
इमली अम्लिका
अमावस अमावस्या
अरपन अर्पण
अनत अन्यत्र
अनाड़ी अनार्य
अजान अज्ञान
इतवार आदित्यवार
आमचूर आम्रचूर्ण
आँवला आमलक
आरज आर्य
आसरा आश्रय
आसोज आश्विन
अंतर्कथा अंतःकथा
आगे अग्र
हड्डी अस्थि
ईंख इक्षु
ईर्षा ईर्ष्या
ईंट इष्टिका
उल्लू उलूक
ऊँचा उच्च
उजला उज्ज्वल
ऊँट उष्ट्र
उछाह उत्साह
उलाहना ऊपालम्भ
उबटन उद्वर्तन
ओखली उलूखल
उपरोक्त उपर्युक्त
ग्यारह एकादश
इलायची एला
इकट्ठा एकत्र
रीछ ऋक्ष
कपूत कुपुत्र
काम कर्म
कौआ काक
कबूतर कपोत
केला कदली
किवाड़ कपाट
कीड़ा कीट
कुआँ कूप
कोयल कोकिल
कान कर्ण
किसान कृषक
कुम्हार कुंभकार
कडवा कटु
कोख कुक्षी
कलेश क्लेश
काठ काष्ठ
किसन कृष्ण
कोढ़ कुष्ठ
कचहरी कृतगृह
कपूर कर्पूर
काज, काम कार्य
कातिक कार्तिक
कुत्ता कुक्कुर
गेंद कन्दुक
कछुआ कच्छप
काँटा कंटक
कुँवारी कुमारी
किरपा कृपा
कौड़ी कपर्दिका
कुबड़ा कुब्ज
करोड़ कोटि
करतब कर्तव्य
कंगन कंकण
कुछ किंचित
केवट केवर्त
किरन किरण
काजल कज्जल
कायर कातर
कुल्हाड़ा कुठार
कड़ुवा कटु
कुछ किंचित
कोख कुक्षि
कपड़ा कर्पट
खाट खटवा
घर गृह
गाँव ग्राम
गधा गर्दभ
गर्मी ग्रीष्म
गाहक ग्राहक
गाय गौ
गाजर गर्जर
गाँठ ग्रन्थि
गेंहूँ गोधूम
गोरा गौरा
गीध गृध
गवैया गायक
गँवार ग्रामीण
गोबर गोमय
घरनी गृहिणी
गुसाई गोस्वामी
ग्वाला गोपालक
घोडा घोटक
घड़ी घटिका
घिन घृणा
घडा घट
घी घृत
चाँद चन्द्र
चाक चक
चमडा चर्म
चूरन चूर्ण
छाता छत्र
चौबीस चतुर्विंश
चौकोर चतुष्कोण
चौपाया चतुष्पद
चकवा चक्रवाक
चबाना चवर्ण
चमार चर्मकार
चोंच चंचु
चौथा चतुर्थ
चैत चैत्र
चाँदनी चंद्रिका
चितेरा चित्रकार
चिकना चिक्कण
छतरी छत्र
छेद छिद्र
छाया छाँह
जीभ जिह्वा
जेठ ज्येष्ठ
जवाई जमाता
जोत ज्योति
जनम जन्म
जाँध जंधा
झीना जीर्ण
तेल तैल
तिनका तृण
ताँबा ताम्र
त्यौहार तिथिवार
तमोली ताम्बूलिक
तालाब तड़ाग
तुरंत त्वरित
तपसी तपस्वी
तोंद तुंद
तीरथ तीर्थ
तीखा तीक्ष्ण
दूब दूर्वा
दीवाली दीपावली
दूध दुग्ध
दांत दंत
दीया दीप
दही दधि
दई देव
दिशावर दिशांतर
दोहिता दौहित्र
दतून दंतधावन
डंडा दंड
बारह द्वादश
दुगुना द्विगुणा
दाढ दंष्ट्रा
दिया सलाई दिपशलाका
दुपहरी द्विप्रहरी
दाहिना दक्षिण
डंका दंष
दुपट्टा द्विपट
दुर्बला दुर्बल
दुख दुःख
इजा द्वितीय
धरती धरित्री
धुरि धूलि
धन्नासेठी धन्नश्रेष्ठी
ढीठ धृष्ठ
धीरज धैर्य
धुआँ धूम्र
धरम धर्म
नारियल नारिकेल
नैन नयन
नया नव्य
नाच नृत्य
नींद निंद्रा
नाक नासिका
नया नवीन
नंगा नग्न
निठुर निष्ठुर
निवाह निर्वाह
नीम निम्ब
नेवला नकुल
नौ नव
पूत पुत्र
पहर प्रहर
बुआ पितृश्वसा
पड़ोसी प्रतिवेश्मिक
पहचान प्रत्यभिज्ञान
पहेली प्रहेलिका
फूल पुष्प
पीठ पृष्ठ
पूस पौष
पतोहू पुत्रवधू
पाँच पंच
पत्ता पत्र
पैर पद
पछतावा पश्चाताप
प्रगट प्रकट
पड़ोसी प्रतिवासी
पिता पितृ
पीला पीत
नाई नापित
पलंग पर्यंक
पकवान पक्वान्न
पाहन पाषाण
परछाई प्रतिच्छाया
प्यास पिपासा
पंख पक्ष
पसीना प्रस्वेदा
पत्थर प्रस्तर
परख परीक्षा
पोखर पुष्कर
परा पर्ण
पूरब पूर्व
पन्द्रह पंचदश
पका पक्क
पाटी पट्टिका
पौन पवन
पिय प्रिय
पूंछ पुच्छ
पापड़ पर्पट
पंछी पक्षी
पदम पद्म
परसों परख:
फंदा पाष
फागुन फाल्गुन
बूंद बिंदु
बालू बालुका
बहरा बधिर
बैल बलिवर्द
बींट बली वर्द
बाँझ बंध्या
भूखा बुभुक्षित
भीख भिक्षा
भाई भ्राता
बाँह भुजा
बहिन भगिनी
भगत भक्त
भालू भल्लुक
भादौं भाद्रपद
भला भद्र
भतीजा भ्रत्जा
भौरां भ्रमर
भौं भ्रू
भिखारी भिक्षुक
हिरण मृग
मानुष मनुष्य
मौत मृत्यु
मुँह मुख
पग मार्ग
मीत मित्र
मुट्ठी मुष्टि
मोल मूल्य
मूस मूषक
मेह मेघ
मामा मातुल
मोती मौक्तिक
मकड़ी मर्कटी
मूंछ मश्रु
मक्खी मक्षिका
मीठा मिष्ट
मिट्टी मृत्तिका
माथा मस्तक
मूसल मुषल
भैंस महिषी
मिर्च मरीच
मोर मयूर
जमुना यमुना
जवान युवा
जस यश
जनेऊ यज्ञोपवीत
जौ यव
जोगी योगी
जति यति
जत्था यूथ
जुगति युक्ति
जसोदा यषोदा
यशगान यशोगान
जज्ञ यज्ञ
रोना रोदन
राजपूत राजपुत्र
राय राजा
राखी रक्षा
रस्सी रज्जु
रीता रिक्त
रात रात्रि
रास राशि
लाख लक्ष
लोहा लौह
लखन लक्ष्मण
लाज लज्जा
लौंग लवंग
लोग लोक
लोमड़ी लोमशा
लुनाई लवणता
लीपना लेपन
लुहार लौहकार
बच्चा वत्स
बाघ व्याघ्र
बनिया वणिक
आवाज वाणी
बारात वरयात्रा
बरस वर्ष
बैर वैर
ब्याह विवाह
बहू वधू
भाप वाष्प
बड वट
बजरंग वज्रांग
बछड़ा वल्स
बिजली विद्युत्
बगुला वक
बांस वंष
बिच्छु वृश्चिका
बात वार्ता
बन्दर वानर
विथा व्यथा
बरसात वर्षा
बिगाड़ा विकार
बचन वचन
बुड्ढ़ा वृद्ध
सूरज सूर्य
सोना स्वर्ण
थन स्तन
सुई सूचिका
सुहाग सुभाग
सुनार स्वर्णकार
ससुर स्वसुर
सच सत्य
साँप सर्प
सात सप्त
सूत सूत्र
अटल स्थिर
थल, जमीन स्थल
नेह, प्यार स्नेह
कंधा स्कन्ध
सरसों ससर्प
सौत सपत्नी
फोड़ा स्फोटक
सलाई शलाका
साँवला श्यामल
सूना शून्य
सतसई शप्तशती
साग शाक
समसान श्मषान
सिर शिर
साला श्यालस
सेज शय्या
सूखा शुष्क
साली श्याली
सूअर शूकर
सिल, पत्थर शिला
सौ शत
सीस शीर्ष
शक्कर शर्कर
तोता शुक
सीख शिक्षा
सावन श्रावण
सेठ श्रेष्ठी
शाप श्राप
सियार श्रृंगाल
साँकल श्रंखला
सींग श्रृंग
हँसी हास्य
हाथ हस्त
हरिण हिरन
हाथी हस्ती
हल्दी हरिद्रा
हाट हट्ट
होली होलिका
हिय ह्रदय
हांड़ी हंडी
खीर क्षीर
छति क्षति
छीन क्षीण
खत्री क्षत्रिय
खेत क्षेत्र
खत्री क्षत्रिय
खार क्षार
छमा क्षमा
तीन त्रिणी
तेरह त्रयोदश